आते जाते सुना था सबसे
एक परी वो दूर जगत से
बैठ के आयी एक किश्ती में
दूर जहां से एक बस्ती में
मिलेगी मुझसे कब वो डर है
थोड़ा दूर यहां से उसका घर है
चलो तो उसको ढूंढ़ कर लाएं
आरज़ू दिल की सब कह सुनाएं।।

आते जाते सुना था सबसे
एक परी वो दूर जगत से
बैठ के आयी एक किश्ती में
दूर जहां से एक बस्ती में
मिलेगी मुझसे कब वो डर है
थोड़ा दूर यहां से उसका घर है
चलो तो उसको ढूंढ़ कर लाएं
आरज़ू दिल की सब कह सुनाएं।।
This time Your Choices Will Either Make You Perish or Prosper! #Choose_Wisely
सतपुड़ा के घने जंगल।
नींद मे डूबे हुए से
ऊँघते अनमने जंगल।
झाड ऊँचे और नीचे,
चुप खड़े हैं आँख मीचे,
घास चुप है, कास चुप है
मूक शाल, पलाश चुप है।
बन सके तो धँसो इनमें,
धँस न पाती हवा जिनमें,
सतपुड़ा के घने जंगल
ऊँघते अनमने जंगल।
सड़े पत्ते, गले पत्ते,
हरे पत्ते, जले पत्ते,
वन्य पथ को ढँक रहे-से
पंक-दल मे पले पत्ते।
चलो इन पर चल सको तो,
दलो इनको दल सको तो,
ये घिनौने, घने जंगल
नींद में डूबे हुए से
ऊँघते अनमने जंगल।
अटपटी-उलझी लताएँ,
डालियों को खींच खाएँ,
पैर को पकड़ें अचानक,
प्राण को कस लें कपाएँ।
साँप सी काली लताएँ
बला की पाली लताएँ
लताओं के बने जंगल
नींद मे डूबे हुए से
ऊँघते अनमने जंगल।
मकड़ियों के जाल मुँह पर,
और सर के बाल मुँह पर
मच्छरों के दंश वाले,
दाग काले-लाल मुँह पर,
वात-झन्झा वहन करते,
चलो इतना सहन करते,
कष्ट से ये सने जंगल,
नींद मे डूबे हुए से
ऊँघते अनमने जंगल।
अजगरों से भरे जंगल।
अगम, गति से परे जंगल
सात-सात पहाड़ वाले,
बड़े छोटे झाड़ वाले,
शेर वाले बाघ वाले,
गरज और दहाड़ वाले,
कम्प से कनकने जंगल,
नींद मे डूबे हुए से
ऊँघते अनमने जंगल।
इन वनों के खूब भीतर,
चार मुर्गे, चार तीतर
पाल कर निश्चिन्त बैठे,
विजनवन के बीच बैठे,
झोंपडी पर फूस डाले
गोंड तगड़े और काले।
जब कि होली पास आती,
सरसराती घास गाती,
और महुए से लपकती,
मत्त करती बास आती,
गूँज उठते ढोल इनके,
गीत इनके, बोल इनके
सतपुड़ा के घने जंगल
नींद मे डूबे हुए से
उँघते अनमने जंगल।
जागते अँगड़ाइयों में,
खोह-खड्डों खाइयों में,
घास पागल, कास पागल,
शाल और पलाश पागल,
लता पागल, वात पागल,
डाल पागल, पात पागल
मत्त मुर्गे और तीतर,
इन वनों के खूब भीतर।
क्षितिज तक फ़ैला हुआ-सा,
मृत्यु तक मैला हुआ-सा,
क्षुब्ध, काली लहर वाला
मथित, उत्थित जहर वाला,
मेरु वाला, शेष वाला
शम्भु और सुरेश वाला
एक सागर जानते हो,
उसे कैसा मानते हो?
ठीक वैसे घने जंगल,
नींद मे डूबे हुए से
ऊँघते अनमने जंगल।
धँसो इनमें डर नहीं है,
मौत का यह घर नहीं है,
उतर कर बहते अनेकों,
कल-कथा कहते अनेकों,
नदी, निर्झर और नाले,
इन वनों ने गोद पाले।
लाख पंछी सौ हिरन-दल,
चाँद के कितने किरण दल,
झूमते बन-फूल, फलियाँ,
खिल रहीं अज्ञात कलियाँ,
हरित दूर्वा, रक्त किसलय,
पूत, पावन, पूर्ण रसमय
सतपुड़ा के घने जंगल,
लताओं के बने जंगल।
Disclaimer : ये कविता भारतीय काव्य की सार्वभौमिकता को संकलित करने के उद्देश्य से विशुद्ध अव्यावसायिक रूप मे यहाँ प्रस्तुत किया गया है।
मैंने कुछ ज्यादा पढ़ा नहीं और ज्यादा सुना भी नहीं पर जब जब सुना मैं मंत्रमुग्ध सा होता रहा। मैं शायद हीं किसी शायर को जान पाया और अब दिली ख्वाहिश है की उन सबों को पढ़ूँ और जहां जहां रत्न पड़े है उसे आत्मसात करता रहूँ ।
ये गज़ल बशीर बद्र ने लिखी है और मुझे बेहद पसंद है जो नहीं मिला उसका मलाल क्या जो गुज़र गया वो गुज़र गया. किस्सा बहुत है ज़िन्दगी की चलो पढ़ते हैं और आगे बढ़ते हैं.
आज कल सारा जहाँ लॉक डाउन के वज़ह से सब घर में जकरे पड़े हैं तो चलिए कुछ गोया ग़ज़ल वाजी भी हो जाये जो पसंद है उसे अंकित किये जाएँ.
वो नही मिला तो मलाल क्या, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
उसे याद करके ना दिल दुखा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
ना गिला किया ना ख़फ़ा हुए, युँ ही रास्ते में जुदा हुए
ना तू बेवफ़ा ना मैं बेवफ़ा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
तुझे एतबार-ओ-यकीं नहीं, नहीं दुनिया इतनी बुरी नहीं
ना मलाल कर, मेरे साथ आ, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
वो वफ़ाएँ थीं, के जफ़ाएँ थीं, ये ना सोच किस की ख़ताएँ थीं
वो तेरा हैं, उसको गले लगा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
वो ग़ज़ल की कोई किताब था , वो गुलों में एक गुलाब था
ज़रा देर का कोई ख़्वाब था, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
मुझे पतझड़ों की कहानियाँ, न सुना सुना के उदास कर
तू खिज़ाँ का फूल है, मुस्कुरा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
वो उदास धूप समेट कर कहीं वादियों में उतर चुका
उसे अब न दे मिरे दिल सदा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
ये सफ़र भी किताना तवील है , यहाँ वक़्त कितना क़लील है
कहाँ लौट कर कोई आएगा, जो गुज़र गया सो गुज़र गया
कोई फ़र्क शाह-ओ-गदा नहीं, कि यहाँ किसी को बक़ा नहीं
ये उजाड़ महलों की सुन सदा , जो गुज़र गया सो गुज़र गया
कः कालः कानि मित्राणि को देशः कौ व्ययागमौ ।
कश्चाहं का च मे शक्तिरिति चिन्त्यं मुहुर्मुहुः ॥
Consider again and again the following: the right time, the right friends, the right place,
the right means of income, the right ways of spending, and from whom you derive your power.
इन बातो को बार बार गौर करे…सही समय, सही मित्र, सही ठिकाना, पैसे कमाने के सही साधन, पैसे खर्चा करने के सही तरीके, आपके उर्जा स्रोत ।
Source: Chanakya Neeti 4.18
फ़ितरत किसी की ना
आज़माया कर
ऐ दोस्त…
हर शख्स़ अपनी
हद में बेहद
लाज़बाब होता है…
If you want to change anything in your life, change the frequency by changing your thoughts.
Knowledge makes one humble, humility begets worthiness, worthiness creates enrichment, which leads to right conduct, right conduct brings contentment
Somewhere, Someone is Looking at You like you’re the Best Things in the World.
Stay The #BestVersion of Yourself.
#inspiringshashi #motivational #Inspire #हरहरमहादेव #goodmorning https://t.co/iGWAGXMei6
If you Judge People, You have no Time to Love Them.
उठो ये मंज़र-ए-शब-ताब देखने के लिए।
कि नींद शर्त नहीं ख़्वाब देखने के लिए।।
#जागो #ख्वाब #Wakeup #SaturdayMotivation #Quote #Shashikumar #InspiringShashi https://t.co/KUwSqQFCFP
Develop an attitude of gratitude, and give thanks for everything that happens to you, knowing that every step forward is a step toward achieving something bigger and better than your current situation.
#InspiringShashi #quote #motivation #inspiration #inspirational #life #lifestyle #picoftheday #photooftheday #bestoftheday #insta #instadaily #instalike #instagram #instago #instagood #instapic #instaphoto #photo #SRquotes #attitude #gratitude #grateful #big #better #truth #self #selfhelp #selflove
आँख में पानी रखो होंठो पे चिंगारी रखो,
ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो।
राह के पत्थर से बढ़ कर, कुछ नहीं हैं मंज़िलें,
रास्ते आवाज़ देते हैं, सफ़र जारी रखो।।
#सुप्रभात #GoodMorning
आपका दिन शुभकामनाओं से भरा हो। #inspiringshashi #mondaymotivation #Muzaffarpur https://t.co/vdpHZND6Qa
मौसम बहुत #सर्द है, .. कुछ #ख्वाहिशों को #आग लगाये।
#InspiringShashi #शशिकुमार #Muzaffarpur
It doesn’t matter whether someone is a relative, romantic interest, employer, childhood friend, or a new acquaintance —
You don’t have to make room for people who cause you pain or make you feel small. It’s one thing if a person owns up to their behavior and makes an effort to change. But if a person disregards your feelings, ignores your boundaries, and “continues” to treat you in a harmful way, they need to
We are in the last month of the Year 2018 I just felt that I should thank everyone WHO made me SMILE this Year.
YOU are one of them, So here’s Big
Thank You
Focus on your blessings, not your misfortunes. Focus on your strengths, not your weaknesses. Be yourself and don’t wait for the approval of others. But most importantly, have a positive and humble mindset no matter what situation you are in. Count your blessings, not your problems, and you will realize how beautiful your life truly is